UP Teacher Bharti : उत्तर प्रदेश में नई शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे हजारों युवाओं के लिए एक बड़ी खबर है. राज्य सरकार ने नई शिक्षक भर्ती के साथ प्राइमरी में बीएड की योग्यता को लेकर भी विधानसभा में रुख स्पष्ट किया है. राज्य सरकार ने कहा है कि प्रदेश में विद्यार्थियों और शिक्षकों का अनुपात बिल्कुल सही है. बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने विधानसभा में बताया है कि इस वक्त बेसिक में 30 बच्चों पर एक टीचर और अपर प्राइमरी में 35 बच्चों पर एक टीचर तय हैं. इस वक्त यह अनुपात बरकार है. इसलिए फिलहाल प्राइमरी शिक्षकों की नई भर्ती निकालने की कोई योजना नहीं है |
शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने यूपी विधानसभा में बताया कि प्राइमरी विद्यालयों में कुल 417886 पद स्वीकृत हैं. इसके सापेक्ष प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक के 85152 पद खाली हैं. लेकिन शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को मिलकार छात्र-शिक्षक काव अनुपात ठीक है. उन्होंने यह जानकारी विधानसभा के बजट सत्र के दौरान समाजवादी पार्टी के सदस्य अनिल प्रधान और अभय सिंह द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में दी |
2017 से अब तक एक लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति
मंत्री ने बताया कि वर्तमान में बेसिक शिक्षा विभाग में अंशकालिक, अनुदेशक, शिक्षा मित्र और सहायक अध्यापकों को मिलाकर वर्तमान में कुल 628915 शिक्षक हैं. अनुपात सही है. पढ़ाई में कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने एक पूरक प्रश्न के जवाब में यह भी बताया कि यूपी सरकार ने 2017 से अब तक एक लाख 26 हजार 371 शिक्षकों की नियुक्ति की है.
प्राइमरी में बीएड पर सरकार ने कहा…
उत्तर प्रदेश सरकार ने भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए स्पष्ट कर दिया है कि बीएड करने वालों को प्राइमरी शिक्षक भर्ती से बाहर रहेंगे. बीएड करने वाले कक्षा एक से पांच तक के बच्चों को नहीं पढ़ा पाएंगे. सिर्फ बीएसटीसी, बीटीसी, डीएलएड करने वाले ही प्राइमरी स्कूल में टीचर बन पाएंगे |